UGC-NET&SET-MODEL PAPER-11
21. यह पश्चिमी हिंदी के तहत नहीं आती?
क) अवधी
ख) खडीबोली
ग) बुंदेली
घ) ब्रज
22. तीसरा सप्तक का प्रकाशन वर्ष है?
क) 1943
22. तीसरा सप्तक का प्रकाशन वर्ष है?
क) 1943
ख) 1951
ग) 1963
घ) 1959
23. हिन्दी की उत्पत्ति........अपभ्रंश से मानी जाती है?
क) ब्राचड
23. हिन्दी की उत्पत्ति........अपभ्रंश से मानी जाती है?
क) ब्राचड
ख) शौरसेनी
ग) मागधी
घ) खस
24. न्याय दर्शन के प्रवर्तक कौन है?
क) गौतम
24. न्याय दर्शन के प्रवर्तक कौन है?
क) गौतम
ख) पतंजलि
ग) कपिल मुनि
घ) जैमिनी
25. योग दर्शन के प्रवर्तक कौन है?
क) गौतम
25. योग दर्शन के प्रवर्तक कौन है?
क) गौतम
ख) पतंजलि
ग) कपिल मुनि
घ) जैमिनी
26. सांख्य दर्शन के प्रवर्तक कौन है?
क) गौतम
26. सांख्य दर्शन के प्रवर्तक कौन है?
क) गौतम
ख) पतंजलि
ग) कपिल मुनि
घ) जैमिनी
27. मीमांसा दर्शन के प्रवर्तक कौन है?
क) गौतम
27. मीमांसा दर्शन के प्रवर्तक कौन है?
क) गौतम
ख) पतंजलि
ग) कपिल मुनि
घ) जैमिनी
28. अपभ्रंश भाषा का काल इनमें से क्या है?
क) 1000 ई.पू से 1500 ई.पू
28. अपभ्रंश भाषा का काल इनमें से क्या है?
क) 1000 ई.पू से 1500 ई.पू
ख) 500 ई.पू से 1 ई.पू
ग) 500 ई.पू से 1000 ई.पू
ग) 500 ई.पू से 1000 ई.पू
घ) 1500 ई.पू से 500 ई.पू
29. बाँगरू बोली के सम्बंध में कौन-सा कथन सत्य है?
क) यह उत्तर प्रदेश की बोली है
29. बाँगरू बोली के सम्बंध में कौन-सा कथन सत्य है?
क) यह उत्तर प्रदेश की बोली है
ख) बाँगरू बोलने वालों की संख्या पाँच लाख है
ग) यह पंजाबी,राजस्थानी और खडी बोली तीनों का मिश्रण है
घ) हल्दी घाटी का प्रसिद्ध युद्ध-क्षेत्र इसी बोली की सीमा में पडता है।
30. अद्धैतवाद के प्रवर्तक केरल निवासी स्वामी शंकराचार्य को कु पुराण-पंथियों ने प्रच्छन्न बौद्ध की संज्ञा दी थी। इसका कारण था-
क) शंकराचार्य के अद्धैतवाद ने भारत को एक सूत्र
ख) बौद्ध-धर्म सभी मनुष्यों को समान मानता था।शंकराचार्य ने इसी का अनुकरण किया था।
ग) शंकराचार्य और बौद्ध मतावलम्बियों में मतभेद हो गया था।
घ) बौद्ध-मत के अनुयायी शंकराचार्य से सर्वथा भिन्न थे।
ग) यह पंजाबी,राजस्थानी और खडी बोली तीनों का मिश्रण है
घ) हल्दी घाटी का प्रसिद्ध युद्ध-क्षेत्र इसी बोली की सीमा में पडता है।
30. अद्धैतवाद के प्रवर्तक केरल निवासी स्वामी शंकराचार्य को कु पुराण-पंथियों ने प्रच्छन्न बौद्ध की संज्ञा दी थी। इसका कारण था-
क) शंकराचार्य के अद्धैतवाद ने भारत को एक सूत्र
ख) बौद्ध-धर्म सभी मनुष्यों को समान मानता था।शंकराचार्य ने इसी का अनुकरण किया था।
ग) शंकराचार्य और बौद्ध मतावलम्बियों में मतभेद हो गया था।
घ) बौद्ध-मत के अनुयायी शंकराचार्य से सर्वथा भिन्न थे।