अज्ञेय
अज्ञेय की कविताओं में लोक जीवन की अभूतपूर्व
अभिव्यक्ति मिलती है। उनका रचना संसार लोक के चित्रों से ओतप्रोत है। लोकजीवन का
अस्तित्व पंचभूतों पर अधारित है। वे प्रकृति के निकट रहनेवाले कवि हैं। इसकी
अभिव्यक्ति अज्ञेय की कविता में हम देख सकते हैं-
कुछ भी गायब नहीं होता
रहता है, किसी न किसी तरह
आकाश, हवा, पानी, आग, मिट्टी
किसी न किसी तरह।