माघ कवि
संस्कृत भाषा के श्रेष्ठ कवियों में 'माघ' भी प्रसिद्द है। माघ की शिशुपालवध नामक महाकाव्य है। इसकी कथा भी महाकाव्य से ली गई है। इस ग्रन्थ में युधिष्ठिर के राजसूय यज्ञ के अवसर पर चेदि नरेश शिशुपाल की कृष्ण द्वारा वध करने की कथा का काव्यात्मक चित्रण किया गया है। माघ अलंकृत काव्य शैली के आचार्य हैं तथा उन्होंने अलंकारों से सुसज्जित पदों का प्रयोग कुशलता से किया है।