UGC-NET&SET-MODEL PAPER-4
21. वक्रोक्ति जीवितम् किसकी रचना है –
(क) मम्मट
(ख) कुन्तक
(ग) जगन्नाथ
(घ) अभिनव गुप्त
22. औचित्यं रससिद्धस्य स्थिरं काव्यस्य जीवितम् किसकी उक्ति है –
(क) कुन्तक
22. औचित्यं रससिद्धस्य स्थिरं काव्यस्य जीवितम् किसकी उक्ति है –
(क) कुन्तक
(ख) वामन
(ग) दण्डी
(घ) क्षेमेन्द्र
23. निम्नलिखित स्थायी भावों को उनके रस के साथ सुमेलित कीजिए –
23. निम्नलिखित स्थायी भावों को उनके रस के साथ सुमेलित कीजिए –
सूची – 1 (स्थायी भाव)
(क) उत्साह
(ख) शोक
(ग) जुगुप्सा
(घ) निर्वेद
सूची – 2 (रस)
1. करूण
सूची – 2 (रस)
1. करूण
2. शान्त
3. वीर
4. रौद्र
5. विभत्स
कूट –
A B C D
(A) 3 1 5 2
(B) 1 3 4 5
(C) 4 2 1 3
(D) 3 5 1 4
24. चन्द्रालोक किस आचार्य की रचना है –
(क) आचार्य जयदेव
कूट –
A B C D
(A) 3 1 5 2
(B) 1 3 4 5
(C) 4 2 1 3
(D) 3 5 1 4
24. चन्द्रालोक किस आचार्य की रचना है –
(क) आचार्य जयदेव
(ख) पंडितराज जगन्नथ
(ग) अप्पय दीक्षित
(घ) चिन्तामणि
25. विभावना अलंकार कहाँ होता है –
(क) जहाँ कारण कहीं हो और कार्य कहीं और हो
(ख) जहाँ कारण होते हुए भी कार्य न हो
(ग) जहाँ बिना कारण के कार्य हो
25. विभावना अलंकार कहाँ होता है –
(क) जहाँ कारण कहीं हो और कार्य कहीं और हो
(ख) जहाँ कारण होते हुए भी कार्य न हो
(ग) जहाँ बिना कारण के कार्य हो
(घ) जहाँ कराण के विपरीत कार्य हो
26. भरतमुनि के रससूत्र में संयोग और निष्पत्ति को अनुमान और अनुमिति किसने कहा है.
(क) अभिनव गुप्त
26. भरतमुनि के रससूत्र में संयोग और निष्पत्ति को अनुमान और अनुमिति किसने कहा है.
(क) अभिनव गुप्त
(ख) भट्टनायक
(ग) भट्टलोल्लट
(घ) शंकुक
27. अनुकरण को प्रतिकृति न मानकर तुनर्सृजन किसने माना है ---
(क) अरस्तू
27. अनुकरण को प्रतिकृति न मानकर तुनर्सृजन किसने माना है ---
(क) अरस्तू
(ख) प्लेटो
(ग) लोंजाइनस
(घ) इनमें सो किसी ने नहीं
28. रस सम्प्रदाय के प्रवर्तक आचार्य का नाम क्या है –
(क) भरत मुनि
28. रस सम्प्रदाय के प्रवर्तक आचार्य का नाम क्या है –
(क) भरत मुनि
(ख) मम्मट
(ग) अभिनवगुप्त
(घ) भट्टनायक
29. भरतमुनि के ग्रन्थ का नाम बताइए –
(क) काव्यप्रकाश
29. भरतमुनि के ग्रन्थ का नाम बताइए –
(क) काव्यप्रकाश
(ख) ध्वन्यालोक
(ग) नाट्यशास्त्र
(घ) रूपक रहस्य
30. भरत मुनि ने कितने रस माने हैं ---
(क) नौ
30. भरत मुनि ने कितने रस माने हैं ---
(क) नौ
(ख) आठ
(ग) दस
(घ) ग्यारह