कबीरदास
1.कबीर के गुरू कौन थे ?
रामानंद
राघवानंद
दयानंद
मायानंद
2.कबीरदास की मृत्थु कहाँ हुई ?
काशी
मगहर
बनारस
इलाहाबाद
3.कबीर को 'भाषा का डिक्टेटर' किसने कहा है ?
आचार्य रामचंद्र शुक्ल
हजारी प्रसाद व्दिवेदी
रामकुमार वर्मा
विजयेन्द्र स्नातक
4.कबीर के दार्शनिक चिंतन को कहा जा सकता है ---
एकेश्वरवादी
व्दैतवादी
अव्दैतवादी
विशिष्टाव्दैतवादी
5. "जब मैं था हरि नहीं,अब हरि हैं मैं नाहिं।
प्रेम गति अति सांकरी,ता में दो न समाहिं"।।
इन पंक्तियों में कौन सा भाव है
नाम स्मरण
भक्तिभावना
रहस्यात्मकता
अहंभाव का त्याग
6. कबीर ने "गूंगे का गुड" किसे कहा है
परम सत्य
माया
जगत्
जीव
7. कबीरदास किस के समकालीन कहे जा सकते हैं ?
तुलसीदास
विद्यापति
सूरदास
कृष्णदास
8. रैदास किसके शिष्य थे ?
कबीर
रामानंद
वल्लभाचार्य
विठ्टलनाथ
9. "रमैनी" किसकी रचना है ?
कबीरदास
गरीबदास
रैदास
नानक
10. निम्नलिखित काव्य पंक्तियाँ किस कवि के व्दारा उद्भृत की गई है ----
दशरथ सुत तिहुं लोक बखाना,
राम नाम को भरम न आना।
तुलसीदास
नरहरि बारहट
रामानन्द
कबीरदास
राघवानंद
दयानंद
मायानंद
2.कबीरदास की मृत्थु कहाँ हुई ?
काशी
मगहर
बनारस
इलाहाबाद
3.कबीर को 'भाषा का डिक्टेटर' किसने कहा है ?
आचार्य रामचंद्र शुक्ल
हजारी प्रसाद व्दिवेदी
रामकुमार वर्मा
विजयेन्द्र स्नातक
4.कबीर के दार्शनिक चिंतन को कहा जा सकता है ---
एकेश्वरवादी
व्दैतवादी
अव्दैतवादी
विशिष्टाव्दैतवादी
5. "जब मैं था हरि नहीं,अब हरि हैं मैं नाहिं।
प्रेम गति अति सांकरी,ता में दो न समाहिं"।।
इन पंक्तियों में कौन सा भाव है
नाम स्मरण
भक्तिभावना
रहस्यात्मकता
अहंभाव का त्याग
6. कबीर ने "गूंगे का गुड" किसे कहा है
परम सत्य
माया
जगत्
जीव
7. कबीरदास किस के समकालीन कहे जा सकते हैं ?
तुलसीदास
विद्यापति
सूरदास
कृष्णदास
8. रैदास किसके शिष्य थे ?
कबीर
रामानंद
वल्लभाचार्य
विठ्टलनाथ
9. "रमैनी" किसकी रचना है ?
कबीरदास
गरीबदास
रैदास
नानक
10. निम्नलिखित काव्य पंक्तियाँ किस कवि के व्दारा उद्भृत की गई है ----
दशरथ सुत तिहुं लोक बखाना,
राम नाम को भरम न आना।
तुलसीदास
नरहरि बारहट
रामानन्द
कबीरदास