पुस्तक लोकार्पण समारोह
“मैं हिजड़ा..... मैं लक्ष्मी में किन्नर विमर्श”
“मैं हिजड़ा..... मैं लक्ष्मी में किन्नर विमर्श” पुस्तक में किन्नर समाज की हाशियाकृत स्थिति को देखते हुए, उनके जीवन यथार्थ को सभ्य कहलानेवाले समाज की विडंबना को उजागर करने का प्रयास किया है। सरकारी फाइलों में संवैधानिक दर्जा मिलने के बावजूद सामाजिक स्तर पर उनका जीवन अत्यंत संघर्षपूर्ण है। यह अधिकार उन्हें सामाजिक स्तर पर नही मिला। पूरे समाज में उनकी स्थिति बदलाने का प्रयार इस पुस्तक के माध्यम से किया गया है। किन्नरों की प्राचीन दशा सांस्कृतिक, पौराणिक व मिथकीय दृष्टि भी इसमें समाहित है। किन्नरों की शारीरिक एवं मानसिक समस्याओं को हमारे सामने लाने का प्रयत्न यह पुस्तक किया है।
मुख्य अतिथि प्रो.ए.पी.दाश, कुलपति,
तमिलनाडु केंद्रीय विश्वविद्यालय,तिरूवारूर।
पुस्तक का लोकार्पण प्रति कुलपति महोदय द्वारा किया गया और उन्होंने किन्नर समाज और विमर्श को अपने विचार रखे और इस पुस्तक के लिए बधाई देते हुए बहुत ही सराहना की ।
मुख्य वक्ता प्रो. एस.वी.एस.एस.नारायणराजु. हिन्दी विभागाध्यक्ष, तमिलनाडु केंद्रीय विश्वविद्यालय,तिरूवारूर
हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रो.एस.वी.एस.एस.नारायणराजु जी अपने वक्तव्य में कहा कि किन्नरों की यथार्थ जीवन समाज के सामने लाने का प्रयास बहुत सराहनीय......
सी.एम.ए.वी. पलानी, वित्त अधिकारी, तमिलनाडु केन्द्रीय विश्वविद्यालय, तिरुवारूर
पुस्तक का लोकार्पण प्रति कुलपति महोदय द्वारा......
धन्यवाद..
मिलन बिश्नोई, शोधार्थी
हिन्दी विभाग,
तमिलनाडु केंद्रीय विश्वविद्यालय,
तिरूवारूर।
नंबर : 6380568643/8501070323 (अगर आपको इस पुस्तक की जानकारी केलिए..)
मिलन बिश्नोई, शोधार्थी
हिन्दी विभाग,
तमिलनाडु केंद्रीय विश्वविद्यालय,
तिरूवारूर।
नंबर : 6380568643/8501070323 (अगर आपको इस पुस्तक की जानकारी केलिए..)