लहर | बाल-बगीचा | भाग-1 | नीति दोहे | HINDI | CLASS 6 | CHAPTER 4 | SCERT | ANDHRA PRADESH | TELANGANA
कबीरदास
साधु ऐसा चाहिए, जैसा सूप सुभाय।
सार-सार को गहि रहै, थोथा देई उड़ाय॥
तुलसीदास
तुलसी मीठे वचन ते, सुख उपजत चहुँ ओर।
वसीकरन एक मंत्र है पर वचन कटीर