शनिवार, 25 दिसंबर 2021

अति अगाधु, अति औथरौ नदी, कूप, सरु, बाइ | बिहारी के दोहे| BIHARI KE DOHE | #shorts | #hindi | #india

बिहारी के दोहे


अति अगाधु, अति औथरौ नदी, कूप, सरु, बाइ।

सो ताकौ सागरू जहाँ, जाकी प्यास बुझाइ॥

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