गुरुवार, 23 दिसंबर 2021

मधुर वचन ते जात मिट, उत्तम जन अभिमान | वृन्द के दोहे | VRUND KA DOHA | #shorts

वृन्द के दोहे


मधुर वचन ते जात मिट, उत्तम जन अभिमान।

तनिक सीत जल सो मिटै, जैसे- दूध उफान।।

मीठी वाणी से क्रोध शांत हो जाता है, जैसे कि उबलते दूध पर शीतल जल की छींटे पड़ने से उफ़ान कम हो जाता है। अर्थात् दुष्ट व्यक्ति के घमंड को मधुर वाणी से ही मिटाया जा सकता है, उससे लड़ने−झगड़ने से नहीं।