मंगलवार, 4 जनवरी 2022

या अनुरागी चित्त की, गति समुझै नहिं कोई | बिहारी के दोहे | BIHARI KE DOHE | NCERT | दोहे | #shorts | #hindi | #india

बिहारी के दोहे


या अनुरागी चित्त की, गति समुझै नहिं कोई।

ज्यों-ज्यों बूडै स्याम रंग, त्यों-त्यों उज्जलु होइ।।

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