इकाई पाठ – योजना
कक्षा – दसवीं
पुस्तक – स्पर्श (भाग-२)
विषय-वस्तु – कविता
प्रकरण – ‘कर चले हम फ़िदा’
शिक्षण- उद्देश्य :-
(क)
ज्ञानात्मक –
(१) मनुष्य-मात्र के स्वभाव एवं व्यवहार की जानकारी देना।
(२) देश-प्रेम की भावना जागृत करना।
(३) कविता की विषयवस्तु को पूर्व में सुनी हुई
घटना से संबद्ध करना।
(४) नए शब्दों के अर्थ समझकर अपने शब्द- भंडार में वृद्धि करना।
(५) साहित्य के पद्य –विधा ( कविता) की जानकारी
देना।
(६) छात्रों को हिन्दी के साहित्यकारों के बारे में जानकारी
देना।
(७) नैतिक मूल्यों की ओर प्रेरित करना।
(८) सैनिकों के जीवन तथा उअनकी भावनाओं से परिचित कराना।
(ख)
कौशलात्मक -
(१) स्वयं कविता
लिखने की योग्यता का विकास करना।
(२) पाठ में वर्णित देश-प्रेम की भावना को अपने जीवन में अपनाने की प्रेरणा देना।
(ग)
बोधात्मक –
(१)
साहित्यकार
कैफ़ी आज़मी के देशात्मबोधक आंतरिक भावों को समझने
का प्रयास करना।
(२)
रचनाकार
के उद्देश्य को स्पष्ट करना।
(३)
कविता में वर्णित महत्त्वपूर्ण नैतिक मूल्यों की सूची बनाना।
(४)
समाज में
जीवन के प्रति स्वस्थ दॄष्टिकोण का विकास करना।
(घ)
प्रयोगात्मक
–
(१)
कविता की बातों को अपने दैनिक जीवन के संदर्भ में जोड़कर देखना।
(२)
कैफ़ी आज़मी का चरित्र-चित्रण करना ।
(३)
कविता का सारांश अपने शब्दों में लिखना।
सहायक शिक्षण – सामग्री:-
(१)
चाक, डस्टर आदि।
(२)
पावर प्वाइंट के
माध्यम से पाठ की प्रस्तुति।
https://www.slideshare.net/DrACVRamakumarAkunur/ss-260994310
पूर्व ज्ञान:-
(१)
सैनिकों के जीवन
और उनकी मुश्किलों का ज्ञान है।
(२)
सामाजिक
जीवन की अच्छाइयों और बुराइयों से परिचित हैं।
(३)
कविता - रचना का ज्ञान है।
(४)
साहित्यिक-भाषा की थोड़ी-बहुत जानकारी
है।
(५)
मानवीय
स्वभाव की जानकारी है।
(६)
देश-प्रेम की भावना
से परिचित हैं।
प्रस्तावना – प्रश्न :-
(१)
बच्चो! आपके क्षेत्र में ऐसे कितने लोग हैं
जो सेना में कार्यरत हैं ?
(२)
क्या आप
सैनिकों के बारे में कुछ जानते
हैं?
(३)
मनुष्य
की स्वभावगत विशेषताएँ बताइए।
(४)
क्या आप देश-प्रेम
की भावना से परिचित हैं?
(५)
कुछ देश-भक्तों
के नाम बताइए।
उद्देश्य कथन :- बच्चो! आज हम प्रसिद्ध कवि कैफ़ी आज़मी के द्वारा रचित गीत ‘ कर चले हम फ़िदा ’ का अध्ययन
करेंगे।
पाठ की इकाइयाँ—
प्रथम अन्विति— (कर चले……………वतन साथियो )
·
सैनिकों की देश पर
कुर्बान होने की दृढ़ भावना।
· अपने कर्त्तव्य-पथ पर बढ़ते रहना ।
·
मरते-मरते भी अपनी
वीरता का प्रदर्शन करना।
·
ज़िन्दगी में खुशी मनाने
के मौके अनेक,पर बलिदान का अवसर एक बार।
·
नौजवानों को देश पर
बलिदान होने की प्रेरणा देना।
·
धरती का खून से लाल
होना।
द्वितीय अन्विति
: (राह कुर्बानियों……………वतन साथियो )
·
कुर्बानियों का रास्ता
वीरान न होने देने की इच्छा।
·
देश की रक्षा के बाद
ही ज़श्न मनाने का अवसर प्राप्त होना।
·
देश की रक्षा के लिए
कमर कसने की पुकार।
·
शत्रु को मुँह तोड़
जवाब देना।
·
राम-लक्षण की तरह सीता
रूपी भारत-माता की रक्षा करना।
शिक्षण विधि :-
क्रमांक |
अध्यापक - क्रिया |
छात्र - क्रिया |
१. |
गीत का सारांश :- प्रस्तुत
पाठ जो युद्ध की पृष्ठभूमि पर बनी फ़िल्म ‘हक़ीकत ’ के लिए लिखा गया था, ऐसे ही सैनिकों
के हृदय की आवाज़ बयान करता है, जिन्हें अपने किए-धरे पर नाज़ है। इसी के साथ इन्हें
अपने देशवासियों से कुछ अपेक्षाएँ भी हैं। सैनिक का जीवन बेहद मुश्किलों भरा
होता है। वह देश को बचाने के लिए अपनी ज़िन्दगी भी दाँव पर लगा देता है।
सैनिक अपने देश के नौजवानों से कहता है कि देश की रक्षा करते – करते हम अपना
जीवन बलिदान कर रहे हैं,अब यह देश आपके हवाले है; इसकी रक्षा की जिम्मेदारी अब आपकी
है। मरते-मरते भी हमने अपनी वीरता नहीं छोड़ी है। ज़िन्दगी में खुशियाँ मनाने के अवसर
तो बहुत मिलेंगे,लेकिन देश पर क़ुर्बान होने का मौका बार-बार नहीं मिलता।जो युवा अपनी
जवानी देश के कामों में नहीं लगाता , उसकी जवानी बेकार है।आज़ हमारे ख़ून से धरती भी
लाल हो गई है। हमारे बाद देश पर मर-मिटने का ज़ज़्बा कम नहीं होना चाहिए,सैनिकों की
कमी नहीं होनी चाहिए\ देश पर बलिदान होने का ज़श्न मनाने की बाद ही विजय की खुशी मनाई
जा सकती है। इसलिए अपने सिर पर कफ़न बाँधकर तैयार हो जाइए। शत्रु को रोकने के लिए
अपना ख़ून भी बहा दो। देश की उठने वाले हाथों को तोड़ दो। तुम्हें राम और लक्ष्मण की
तरह सीता रूपी भारत-माता की रक्षा करनी है।
|
गीत को ध्यानपूर्वक सुनना और समझने का प्रयास करना। देश-प्रेम की भावना
को आत्मसात करते हुए सैनिकों के जीवन से प्रेरणा प्राप्त करना। |
२. |
कवि परिचय :- कैफ़ी आज़मी ( १९१९-२००२) की गणना प्रगतिशील उर्दू कवियों
की पहली पंक्ति में की जाता है। कैफ़ी की कविताओं में एक ओर सामाजिक और रजनैतिक जागरुकता
का समावेश है तो दूसरी ओर हृदय की कोमलता भी है। उन्होंने फ़िल्मों के लिए सैकड़ों
बेहतरीन गीत लिखे हैं। अपने रचनाकर्म के लिए कैफ़ी को साहित्य अकादमी पुरस्कार सहित
कई पुरस्कारों से नवाज़ा गया। वे कलाकारों के परिवार से थे। इनके तीनों बड़े भाई भी
शायर थे। पत्नी शौकत आज़मी तथा बेटी मशहूर अभिनेत्रियाँ हैं। उनके पाँच कविता संग्रह
प्रकाशित हुए – झंकार, आखिर-ए-शब,आवारा सज़दे, सरमाया और फ़िल्मी गीतों का संग्रह। |
कवि के बारे में दी गई जानकारी को अभ्यास-पुस्तिका
में लिखना। |
३. |
शिक्षक के द्वारा गीत का उच्च स्वर में पठन करना। |
उच्चारण एवं पठन – शैली को ध्यान से सुनना। |
४. |
गीत के पदों की व्याख्या करना। |
गीत को हॄदयंगम करने की क्षमता
को विकसित करने के लिए गीत को ध्यान से सुनना। गीत से संबधित अपनी जिज्ञासाओं का निराकरण करना। |
५. |
कठिन शब्दों के अर्थ :- फ़िदा – न्योछावर , हवाले
– सौंपना , रुत – मौसम हुश्न – सुंदरता , रुस्वा – बदनाम , खूँ – खून काफ़िले – यात्रियों का समूह , फ़तह – जीत ज़श्न – खुशी मनाना , नब्ज़ – नाड़ी , ज़मीं – ज़मीन कुर्बानियाँ – बलिदान , लकीर
- रेखा |
शब्दार्थ अभ्यास-पुस्तिका में लिखना। |
६. |
छात्रों द्वारा पठित पदों में होने वाले उच्चारण संबधी अशुद्धियों
को दूर करना। |
छात्रों द्वारा पठन। |
७. |
गीत में आए व्याकरण का व्यावहारिक
ज्ञान प्रदान करना। ·
वाक्य प्रयोग ·
बहुवचन |
व्याकरण के इन अंगों के नियम, प्रयोग एवं उदाहरण को अभ्यास-पुस्तिका में लिखना। |
गृह – कार्य :-
(१)
पाठ का
सही उच्चारण के साथ उच्च स्वर मेँ पठन करना।
(२)
पाठ के
प्रश्न – अभ्यास करना।
(३)
पाठ के प्रमुख सूचनाओं की संक्षेप में सूची तैयार करना।
(४)
पाठ में
आए कठिन शब्दों का अपने वाक्यों में प्रयोग करना।
परियोजना कार्य :-
(१)
सैनिकों के चित्र
एकत्रित करना।
(२)
कोई एक देश-भक्ति
की भावना से जुड़ी कविता/गीत लिखना।
मूल्यांकन :-
निम्न विधियों से मूल्यांकन किया जाएगा :-
१.
पाठ्य-पुस्तक के बोधात्मक प्रश्न—
Ø क्या इस गीत की कोई ऐतिहासिक पृष्ठभूमि है?
Ø इस गीत में धरती को दुल्हन क्यों कहा गया है?
Ø इस गीत में ‘सर पर कफ़न बाँधना’ किस ओर संकेत करता है?
Ø कवि ने ‘साथियो’ संबोधन का प्रयोग किसके लिए किया है?
२.
इकाई परीक्षाएँ
३.
गृह – कार्य
४. परियोजना - कार्य